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‘घर घर नौकरी’ देने का वायदा करने वाले कैप्टन सरकारी नौकरियां खत्म करके पंजाब के नौजवानों को कर रहे हैं बेरोजगार- हरपाल सिंह चीमा

पावरकॉम की 720 पदों और सेहत विभाग में से 489 पदों को खत्म करना निंदनीय

श्री गुटका साहिब की कसम खाने वाले कैप्टन अमरेन्द्र पिछले साढ़े चार सालों में पंजाब के नौजवानों को सरकारी नौकरियां नहीं दे सके

2017 के चुनाव से पहले नौकरी के फार्म भरने वालों को सीधे तौर पर नियुक्ति पत्र क्यों नहीं दे देते कैप्टन

नबज़-ए-पंजाब ब्यूरो, चंडीगढ़, 29 मई:
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और पंजाब विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि ‘घर घर नौकरी’ देने का वायदा करने वाले सत्ता में आ कर सरकारी नौकरियां खत्म करके पंजाब के नौजवानों को बेरोजग़ार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार की ओर से पावरकॉम, सेहत विभाग समेत दूसरे विभागों में से पदों को खत्म करने का फैसला निंदनीय है और आम आदमी पार्टी इस फैसले का सख्त विरोध करती है।
शनिवार को पार्टी के मुख्य दफ्तर से जारी बयान के द्वारा हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने विभागों के पुनर्गठन के नाम पर लाखों सरकारी पदों को खत्म कर दिया हैं। जबसे कैप्टन अमरेन्द्र सिंह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा हैं, तबसे ही सरकारी नौकरियां करते पंजाब के लोगों को नौकरियों से बाहर करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पावरकॉम की ओर से गुरू गोबिन्द सिंह सुपर थर्मल प्लांट रूपनगर में से 446 पदों और गुरू हरगोबिन्द थर्मल प्लांट लहरा मोहब्बत में से 274 पदों समेत कुल 720 पदों को खत्म करने का फैसला बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पहले भी गुरू नानक थर्मल प्लांट बठिंडा में से 2149 पदों और गुरू गोबिन्द सिंह सुपर थर्मल प्लांट रूपनगर में से 1000 पदों को खत्म किया जा चुका हैं। उन्होंने दोष लगाया कि कैप्टन सरकार की ओर से रूपनगर और लहरा मोहब्बत के पावर प्लांटों को निजी हाथों में सौंपने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
हरपाल सिंह चीमा ने आगे बताया कि सेहत विभाग में से 489 डाक्टरों के पदों को खत्म करके कैप्टन सरकार ने लोगों को सेहत सुविधाएं देने से ही पलट गए हैं। जबकि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह प्रदेश में ‘रोजग़ार मेले’ करवा कर जहां पंजाब के लोगों को धोखा दे रहे हैं, वहीं सरकारी खजाने का पैसा पानी की तरह बहा रहे हैं। चीमा ने सवाल किया जब रोजगार मेले करवा कर ही कैप्टन सरकार ने लोगों को नौकरियां देनी हैं तो फिर सरकारी विभागों की लाखों आसामियां क्यों खत्म की जा रही हैं? उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह भी केंद्र सरकार के मार्ग पर चल रहे हैं। इसी लिए कांग्रेस सरकार प्रदेश की सरकारी सम्पत्तियों का निजीकरण पर जोर दे रही है।
चीमा ने टिप्पणी करते कहा कि पिछले साढ़े चार सालों में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पंजाब के एक लाख नौजवानों को सरकारी नौकरियां नहीं दे सके, परन्तु अब अगले छह माह में एक लाख सरकारी नौकरियां देने का लारा लगा रहे हैं। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह 2017 के चुनाव से पहले नौकरी के फार्म भरने वालों को सीधे तौर पर नियुक्ति पत्र क्यों नहीं दे देते?

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