
मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंजाब ने बूथ स्तर अधिकारियों के साथ की वर्चुअल मीटिंग
नबज़-ए-पंजाब ब्यूरो, चंडीगढ़, 24 सितम्बरः
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा. एस. करुणा राजू ने आगामी विधान सभा मतदान के लिए बूथ स्तर अधिकारियों (बीएलओज़) को उत्साहित करने के लिए उनके साथ वर्चुअल मीटिंगों की शुरूआत की है। यह मीटिंगें सभी 23 ज़िलों के बीएलओज़ के साथ चरणबद्ध ढंग से की जाएंगी जिसके अंतर्गत फ़िरोज़पुर और बरनाला जिलों के बीएलओज़ के साथ पहली ऐसी वर्चुअल मीटिंग की गई। भारत निर्वाचन आयोग के लिए बीएलओज़ अहम भूमिका निभाते हैं। वह अपने क्षेत्र की वोटर सूचियों के प्रबंधन के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। उनकी सेवाओं की सराहना करते हुये डा. राजू ने उनको आगामी विधान सभा मतदान के लिए तैयार रहने की अपील की। बीएलओज़ को कम से कम सुविधाओं (एएमएफ) जैसे कि पोलिंग स्टेशनों में रैंपों वाले उचित बुनियादी ढांचे, शौचालय आदि की उपलब्धता के बारे जानकार करवाते हुये डा. राजू ने उनको हिदायत की कि वह उपलब्ध सेवाओं की तस्दीक करें और निर्धारित फॉर्मेट में मिली कमियों सम्बन्धी रिपोर्ट दें। डा. राजू ने उनको भरोसा दिलाया कि यह मामला सम्बन्धित उच्च अथॉरिटी के समक्ष उठाया जायेगा जिससे कमियों को जल्द से जल्द दूर किया जा सके। भारत निर्वाचन आयोग की पोलिंग बूथों के सुधार सम्बन्धी अपनाये रचनात्मक परिवर्तन संबंधी विवरण देते हुये डा. राजू ने ज़ोर देकर कहा कि ईसीआई ने बूथ केंद्रित पहुँच अपनाई है। उन्होंने आगे बताया कि ईसीआई द्वारा एक बूथ से राज्य स्तरीय पहुँच सम्बन्धी दृष्टिकोण अपनाने से उनका काम और भी महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बूथ को स्वीप हब बनाने के लिए सिस्टेमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलैकटोरल पार्टीसिपेशन (स्वीप) की गतिविधियों को बूथ स्तर से शुरू किया जाना चाहिए। डा. राजू ने उनको बूथ स्तर पर विभिन्न स्वीप पहलकदमियां जैसे सांस्कृतिक गतिविधियां, क्विज़़ और विभिन्न मुकाबले करवाने के लिए कहा। नये वोटरों की रजिस्ट्रेशन करने के अलावा बीएलओ मौजूदा वोटरों की तस्दीक करें, मृतक वोटरों या स्थायी रूप में निवास स्थान बदलने वाले वोटरों का नाम हटाने के लिए वोटर सूचियों की समीक्षा सम्बन्धी महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। बीएलओज़ को नागरिकों को वोटों से 10-15 दिन पहले वोटर स्लिप देने का काम भी सौंपा जाता है।