Share on Facebook Share on Twitter Share on Google+ Share on Pinterest Share on Linkedin अकाली दल फेरूमान इंडिया के प्रधान, किसानों के हक में रखेंगे मरणव्रत नबज़-ए-पंजाब ब्यूरो, मोहाली, 05 दिसम्बर: शहीद फेरूमान अकाली दल-इंडिया के प्रधान महंत जसबीर दास सिंह ने घोषणा की है कि यदि केन्द्र सरकार ने शीघ्र ही किसान विरोधी बिल वापिस न लिए तो वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे और यदि फिर भी केन्द्र सरकार किसान विरोधी रवैये पर कायम रही तो वह अपनी भूख हड़ताल को मरणव्रत में तबदील कर देंगे। आज यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता में महंत जसबीर दास सिंह ने कहा कि पूरे देश का पेट भरने वाला अन्न दाता किसान आज अपने हकों के लिए भीष्ण ठंड में सडक़ों पर रूलने को मजबूर हो रहा है परंतु केन्द्र सरकार इनके हकों की मांग को मानने की बजाय उन्हें डरा धमकाकर रोष धरने को समाप्त करने के तुच्छ प्रयास कर रही है। परंतु देश का अन्न दाता न तो कभी डरा है और न कभी डरेगा और अंतत: अपने लक्ष्य को हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को चाहिए कि वह किसान मारू तीनों कृषि बिलों एवं दोनो आर्डीनैंसों को तुरंत रद्द करे और स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करे। महंत जसबीर दास सिंह ने कहा कि हरियाणा तथा केन्द्र सरकार द्वारा किसान विरोधी बिलों का विरोध कर रहे किसानों पर ज्यादतियां करना किसी भी तरीके से जायज नहीं है। अत: संबंधित सरकारों को इस संबंधी किसानों से तुरंत माफी मांगकर किसानों की मांगे की पूरी करनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए मामले तुरंत रद्द किए जाएं और संघर्ष के दौरान शहीद होने वाले किसानों के परिवारों को 50-50 लाख रूपए का मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि अकाली दल फेरूमान हमेशा ही पंजाब के हितों के लिए संघर्ष करता रहा है। इसके अध्यक्ष शहीद दर्शन सिंह फेरूमान ने पंजाब से संबंधित मांगों को पूरा कराने के लिए 72 दिन तक मरणव्रत रखा और शहीद हो गए। इसके बाद उनके पिता (महंत जसबीर दास सिंह के) महंत सेवा दास सिंह ने भी पंजाब की मांगों को लेकर मरणव्रत शुरू किया था, इसी दौरान तत्कालीन सरकार ने उन्हें मांगे मानने का आश्वासन देकर 44 दिन बाद उनका मरणव्रत तो खुलवा दिया परंतु बाद में अपना वायदा पूरा करने से मुकर गई। अब वह भी अपने पूर्वजों की तर्ज पर किसान विरोधी बिल तथा आर्डीनैंस वापिस कराने के लिए 10 तारीख से दिल्ली में भूख हड़ताल पर बैठेंगे और यदि फिर भी केन्द्र सरकार ने किसान विरोधी बिल वापिस न लिए तो वह मरणव्रत रखेंगे और जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक मरणव्रत पर बैठेंगे। उन्होंने बताया कि उन्हें भारत साधू समाज, हिंगलाज सेना, किसान एकता मंच, मजदूर एकता मंच सहित कई संस्थाओं ने किसानों के हक में समर्थन दिया है। पत्रकार वार्ता में शहीद फेरूमान अकाली दल पंजाब के अध्यक्ष जगतार सिंह ढ़ींढसा, अकाली दल फेरूमान इंडिया के महासचिव हैरी गिल तथा बलवंत सिंह मीनियां, जिला मोहाली के प्रधान पं. दिनेश भट्ट, जिला लुधियाना के प्रधान प्रो. चरणजीत सिंह, जिला बठिंडा के प्रधान जरनैल सिंह सहित अन्य नेता भी उपस्थित थे।
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