Share on Facebook Share on Twitter Share on Google+ Share on Pinterest Share on Linkedin जलंधर पुलिस ने अगवा किये नवजात बच्चे को छुडवाया, पाँच गिरफ्तार पंचायत मैंबर और सिविल अस्पताल के सफ़ाई कर्मचारी सहित पाँच गिरफ्तार दोशिषों ने बच्चे को 4 लाख में बेचना था नवजात बच्चा परिवार को सौंपा नबज़-ए-पंजाब ब्यूरो, जालंधर, 22 अगस्त: कमिश्नरेट पुलिस जालंधर ने पिछले दो दिनों से सिविल अस्पताल जालंधर से अगवा किये गए नवजात बच्चे (लड़के) को सुरक्षित बचाने के साथ इस जुर्म में शामिल पंचायत मैंबर और सिविल अस्पताल के सफ़ाई कर्मचारी समेत पाँच दोषियों को गिरफ़्तार किया गया है। दोषियों की पहचान गुरमीत सिंह गोपी (22) पंचायत मैंबर गाँव महेड़ू, गुरप्रीत सिंह (24), रणजीत सिंघ राणा (25), दविन्दर कौर ख़ुरसैदपुर कालोनी नकोदर और किरन (28) लंबा गाँव के तौर पर हुई है। किरन पिछले सात सालों से सिविल अस्पताल में सफ़ाई कर्मचारी के तौर पर काम कर रही थी। इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते पुलिस कमिश्नर जालंधर श्री गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि दोषियों की तरफ से बच्चे को चार लाख रुपए में बेच कर रकम को बाँटना था। दोषियों से शुरूआती पूछताछ में पुलिस कमिशनर ने बताया कि 20 अगस्त की रात 12.40 बजे दोषी गुरप्रीत सिंह गोपी और गुरप्रीत सिंह बलैरो गाड़ी (पी.बी. 08 -सी.जी. -2473) में सिविल अस्पताल के पिछले तरफ़ पहुँचे और वह लगातार दूसरे दोषियों रणजीत, दविन्दर कौर और किरण के साथ फ़ोन पर संपर्क में थे और इस उपरांत अस्पताल के बच्चा संभाल केंद्र में दाखिल हुए। इस उपरांत किरण ने नवजात बच्चा (लड़का) अगवा करके सीढ़ियों के नज़दीक गुरप्रीत सिंह गोपी और गुरप्रीत सिंह को दे दिया जो तुरंत बलैरो गाड़ी में वहाँ से दौड़ गए। कमिशनर पुलिस ने आगे बताया कि दोनों दोषियों ने नवजात बच्चे को दविन्दर कौर और रणजीत राणा को गांधरा -पंडोरी रोड पर हवाले किया। श्री भुल्लर ने बताया कि घटना से तुरंत बाद अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर पुलिस -1श्रीमती वत्सला गुप्ता, ए.सी.पी. श्री हरसिमरत सिंह, सी.आई.ए.हैड श्री हरविन्दर सिंह की टीम दोषियों को पकड़ने और नवजात बच्चे को सुरक्षित बचाने के लिए गठित की गई। टीम ने पूरी जाँच के बाद गुरप्रीत सिंह गोपी को उसके दफ़्तर से और अन्य को उनके घरों से गिरफ़्तार किया। उन्होनें बताया कि नवजात बच्चे (लड़के) को जिस कमरे में रणजीत राणा और दविन्दर कौर रहती से सुरक्षित वापिस लाया गया। उन्होनें बताया कि दविन्दर कौर जिन परिवारों के पास कोई बच्चा नहीं है, उनके लिए अक्सर की अंडा दान करने वाली औरतों के साथ सौदो का प्रबंध करती थी। श्री भुल्लर ने बताया कि सभी दोषियों को पुलिस रिहासत में लिया जायेगा, जिससे इस धंधे में शामिल दूसरे व्यक्तियों और जिनको यह नवजात बच्चा बेचा जाना था के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। श्री भुल्लर ने बताया कि पुलिस टीम की तरफ से अस्पताल के डाक्टरों की हाज़िरी में नवजात बच्चा परिवार को सौंप दिया गया है।
ਮੰਤਰੀ ਮੰਡਲ ਨੇ ਲਖੀਮਪੁਰ ਖੀਰੀ ਘਟਨਾ ਵਿਚ ਜਾਨਾਂ ਗੁਆ ਚੁੱਕੇ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਸ਼ਰਧਾਂਜਲੀ ਭੇਟ ਕਰਨ ਲਈ ਦੋ ਮਿੰਟ ਦਾ ਮੌਨ ਰੱਖਿਆ
ਬੀਤੇ ਪੰਜ ਮਹੀਨਿਆਂ ਵਿਚ ਵਾਪਰੀਆਂ ਸਿਆਸੀ ਘਟਨਾਵਾਂ ਨਾਲ ਦੁੱਖ ਪਹੁੰਚਿਆ-ਕੈਪਟਨ ਅਮਰਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਨੇ ਅਸਤੀਫਾ ਦੇਣ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਸੋਨੀਆ ਗਾਂਧੀ ਨੂੰ ਲਿਖਿਆ ਪੱਤਰ