Share on Facebook Share on Twitter Share on Google+ Share on Pinterest Share on Linkedin अहम मामलों की जाँच-पड़ताल में बेहतरीन सेवाएं निभाने के बदले पंजाब पुलिस के डी.एस.पी. बिक्रमजीत सिंह बराड़ को ‘होम मिनिस्टरज़ मैडल’ के लिए चुना डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने डी.एस.पी. को बधाई दी, समुची फोर्स के लिए गर्व वाली बात बताया नबज़-ए-पंजाब ब्यूरो, चंडीगढ़, 12 अगस्त: लक्षित हत्याओं समेत साल 2015-17 के दौरान राज्य को हिला कर रख देने वाले कई सनसनीखेज़ मामलों को सुलझाने में बेमिसाल सेवाएं निभाने के लिए पंजाब पुलिस के डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़ की होम मनिस्टरज़ मैडल के लिए चयन किया गया है। इस समय एसएएस नगर में डीएसपी डिटैकटिव और अतिरिक्त प्रभार संगठित अपराध रोकथाम यूनिट (ओसीसीयू) के तौर पर तैनात श्री बराड़ ने सरहद पार के आतंकवादी मड्यूल बिल्ला मंड्याला का पर्दाफाश करने में अहम भूमिका निभाई, जिसमें अत्याधुनिक हथियारों की बड़ी खेप बरामद की गई थी। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए डीजीपी श्री दिनकर गुप्ता ने बताया कि इस पुलिस अधिकारी ने गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह उर्फ बूढ़ा की गिरफ़्तारी और अमृतसर के पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह के रहस्यमयी कत्ल को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी। डी.जी.पी. ने आगे बताया कि बराड़ ने राज्य में कुछ गन हाऊसों से आतंकवादियों और गैंगस्टरों को 160 हथियारों को गैर-कानूनी तौर पर डायवरट करने के एक रैकेट का पर्दाफाश भी किया था। श्री गुप्ता ने आगे कहा कि बराड़ एक बड़े पुलिस ऑप्रेशन का मुख्य अंग भी था, जिसमें इस रैकेट में शामिल 23 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया था, जिनमें दो गैंगस्टर और गन हाऊस के मालिक भी शामिल थे और नाजायज़ ढंग से डायवरट किए गए 36 हथियार बरामद किये गए। इस रैकेट के कारण साल 2015 से 2017 के दरमियान अपराधियों द्वारा की गई लक्षित हत्याओं में इस्तेमाल किए गए इन नाजायज़ हथियारों की सप्लाई की गई थी। डीएसपी को इस प्राप्ति के लिए मुबारकबाद देते हुए डीजीपी श्री दिनकर गुप्ता ने उनकी पेशेवर महारत, सेवा की भावना और राज्य और देश के प्रति सेवा में नैतिकता की पुष्टी करते हुए इसको सारी पुलिस फोर्स के लिए सम्मान बताया है। श्री गुप्ता ने उम्मीद जताई कि यह सम्मान हमारे लोगों की रक्षा और सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेगी। यह अवॉर्ड अपराध की जांच के उच्च पेशेवर मापदण्डों को उत्साहित करने और देश में विभिन्न पुलिस संगठनों के जांच अधिकारियों द्वारा ऐसी जांच को मान्यता देने के लिए 2018 में स्थापित किया गया था। डीजीपी ने आगे बताया कि गैंगस्टर बिल्ला मंड्याला और उसके छह साथियों, जिनके पाकिस्तान आधारित तस्करों और आतंकवादियों के साथ सम्बन्ध थे, को गिरफ़्तार करने में बिक्रमजीत सिंह बराड़ मुख्य जांचकत्र्ता थे और उन्होंने 06 अन्यों को गिरफ़्तार किया था। उनके पास से अत्याधुनिक हथियारों की सबसे बड़ी खेप, जिसमें दो 0.3 कैलीबर ड्रम्म मशीन गन, 03 चीन की पिस्तौल, 05 ऑस्ट्रिया की गलोक को 9 एम.एम. पिस्तौल और 03 जर्मन की 9 एम.एम सिग साऊर पिस्तौल बरामद की गई। सिग सौयर पिस्तौलों का प्रयोग अमरीकी राष्ट्रपति की रक्षा करने वाली यूएस सीक्रेट सर्विस द्वारा किया जाता है। श्री गुप्ता ने आगे बताया कि गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह उर्फ बूढ़ा के मामले में जब यह मुलजि़म भारत छोड़ कर फऱार हो गया था तब श्री बराड़ ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ तालमेल करते हुए अरमानिया देश से इस अपराधी को डिपोर्ट करवा कर हिरासत में लिया था। बिक्रमजीत सिंह बराड़ ने जनवरी, 2020 में अमृतसर के गाँव उमरापुर के पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह की सनसनीखेज़ कत्ल की जांच का नेतृत्व भी किया था। इस केस से सम्बन्धित गैंगस्टर हरमन भुल्लर के नेतृत्व वाले सात सदस्यीय एक गिरोह, जिसको अमरीका आधारित पवितर सिंह द्वारा चलाया जाता था, की पहचान की गई। इन दोषियों को पकडऩे के लिए चार राज्यों (पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान) में चलाई गई मुहिम के साथ 2020 में राजस्थान के सजात से सात गैंग्स्टरों की खोज की गई और गिरफ़्तार किया गया।
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ਬੀਤੇ ਪੰਜ ਮਹੀਨਿਆਂ ਵਿਚ ਵਾਪਰੀਆਂ ਸਿਆਸੀ ਘਟਨਾਵਾਂ ਨਾਲ ਦੁੱਖ ਪਹੁੰਚਿਆ-ਕੈਪਟਨ ਅਮਰਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਨੇ ਅਸਤੀਫਾ ਦੇਣ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਸੋਨੀਆ ਗਾਂਧੀ ਨੂੰ ਲਿਖਿਆ ਪੱਤਰ